Shiv Puran Katha in Hindi – Détails, épisodes et analyse
Détails du podcast
Informations techniques et générales issues du flux RSS du podcast.

Shiv Puran Katha in Hindi
Ajay Tambe
Fréquence : 1 épisode/6j. Total Éps: 34

Classements récents
Dernières positions dans les classements Apple Podcasts et Spotify.
Apple Podcasts
🇨🇦 Canada - hinduism
06/08/2025#24🇩🇪 Allemagne - hinduism
06/08/2025#48🇺🇸 États-Unis - hinduism
06/08/2025#88🇨🇦 Canada - hinduism
05/08/2025#18🇩🇪 Allemagne - hinduism
05/08/2025#44🇺🇸 États-Unis - hinduism
05/08/2025#78🇨🇦 Canada - hinduism
04/08/2025#13🇩🇪 Allemagne - hinduism
04/08/2025#39🇺🇸 États-Unis - hinduism
04/08/2025#76🇨🇦 Canada - hinduism
03/08/2025#17
Spotify
Aucun classement récent disponible
Liens partagés entre épisodes et podcasts
Liens présents dans les descriptions d'épisodes et autres podcasts les utilisant également.
See allQualité et score du flux RSS
Évaluation technique de la qualité et de la structure du flux RSS.
See allScore global : 38%
Historique des publications
Répartition mensuelle des publications d'épisodes au fil des années.
शिव पुराण: संध्या की आत्माहुति | श्रीरुद्र संहिता | अध्याय 7
Saison 1 · Épisode 7
lundi 24 février 2025 • Durée 03:06
सातवाँ अध्याय – संध्या की आत्माहुति
इस अध्याय में ब्रह्माजी नारद को संध्या देवी की कथा सुनाते हैं। भगवान शिव से वरदान प्राप्त करने के बाद संध्या मुनि मेधातिथि के यज्ञ स्थल पर पहुँचीं। उन्होंने आत्मशुद्धि के लिए यज्ञ की प्रज्वलित अग्नि में कूदकर आत्माहुति दी। उनके शरीर का ऊपरी भाग प्रातः संध्या और शेष भाग सायं संध्या में परिवर्तित हो गया।
भगवान शिव ने संध्या को दिव्य शरीर प्रदान किया। यज्ञ की समाप्ति पर मेधातिथि मुनि ने अग्नि में एक कन्या को पाया, जिसका नाम अर्घमती रखा। उसका लालन-पालन किया गया, और जब वह विवाह योग्य हुई, तो उसका विवाह महर्षि वशिष्ठ से संपन्न हुआ।
इस कथा का महत्व यह है कि संध्या वंदन और पूजन का धार्मिक महत्व समझाया गया है। साथ ही, यह बताया गया है कि जो इस पवित्र कथा को सुनते या पालन करते हैं, उनकी सभी कामनाएँ पूर्ण होती हैं।
शिव पुराण: संध्या की तपस्या | श्रीरुद्र संहिता | अध्याय 6
lundi 17 février 2025 • Durée 07:01
शिव पुराण : संध्या का चरित्र | श्रीरुद्र संहिता | द्वितीय खंड
Saison 1 · Épisode 5
samedi 11 janvier 2025 • Durée 04:24
संध्या के जन्म और उनके कठोर तप की प्रेरणादायक कहानी। कैसे उन्होंने अपने जीवन को त्यागने का निश्चय किया और वशिष्ठ मुनि ने उन्हें तपस्या की विधि बताई। यह एपिसोड भक्ति, आत्मशुद्धि और तप के महत्व को दर्शाता है।
शिव पुराण हिंदू धर्म के अठारह महापुराणों में से एक प्रमुख ग्रंथ है, जिसमें भगवान शिव के जीवन, लीलाओं, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों और भक्ति का विस्तृत वर्णन किया गया है।
संरचना: शिव पुराण में कुल 24,000 श्लोक हैं, जो मुख्यतः सात संहिताओं में विभाजित हैं:
- विद्येश्वर संहिता
- रुद्र संहिता
- कोटिरुद्र संहिता
- कैलास संहिता
- वायु संहिता
- उमा संहिता
- शतरुद्र संहिता
विषय-वस्तु: इस पुराण में भगवान शिव के कल्याणकारी स्वरूप, उनकी महिमा, उपासना विधियों, पूजा-पद्धति, ज्ञानप्रद आख्यानों और शिक्षाप्रद कथाओं का सुंदर संयोजन है। यह ग्रंथ भगवान शिव के विभिन्न रूपों, अवतारों, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों और भक्ति का व्यापक वर्णन प्रस्तुत करता है।
महत्व: शिव पुराण का पठन और श्रवण भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है। कहा गया है कि इसका अध्ययन करने से मनुष्य पापों से मुक्त होकर इस लोक में सुख भोगता है और अंत में शिवलोक को प्राप्त करता है।
उपलब्धता: यदि आप शिव पुराण को हिंदी में पढ़ना चाहते हैं, तो यह कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। उदाहरण के लिए, 'महाकाव्य' वेबसाइट पर आप इसे हिंदी में पढ़ सकते हैं।
शिव पुराण भगवान शिव की महिमा का गान करता है और भक्तों को उनके प्रति भक्ति और श्रद्धा के मार्ग पर प्रेरित करता है।
Mahakavya - Read Ved Puran OnlineEbooks AngrahMahakavya - Read Ved Puran Online
शिव पुराण : काम-रति विवाह | श्रीरुद्र संहिता | द्वितीय खंड
Saison 1 · Épisode 4
samedi 11 janvier 2025 • Durée 02:44
यह एपिसोड कामदेव और रति के विवाह पर केंद्रित है। दक्ष ने अपनी पुत्री रति को कामदेव को सौंपा, और उनका विवाह बड़े हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। यह कहानी प्रेम, आनंद और सौंदर्य का उत्सव है, जो सुनने वालों को आकर्षित करती है।
शिव पुराण हिंदू धर्म के अठारह महापुराणों में से एक प्रमुख ग्रंथ है, जिसमें भगवान शिव के जीवन, लीलाओं, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों और भक्ति का विस्तृत वर्णन किया गया है।
संरचना:शिव पुराण में कुल 24,000 श्लोक हैं, जो मुख्यतः सात संहिताओं में विभाजित हैं:
- विद्येश्वर संहिता
- रुद्र संहिता
- कोटिरुद्र संहिता
- कैलास संहिता
- वायु संहिता
- उमा संहिता
- शतरुद्र संहिता
विषय-वस्तु:इस पुराण में भगवान शिव के कल्याणकारी स्वरूप, उनकी महिमा, उपासना विधियों, पूजा-पद्धति, ज्ञानप्रद आख्यानों और शिक्षाप्रद कथाओं का सुंदर संयोजन है। यह ग्रंथ भगवान शिव के विभिन्न रूपों, अवतारों, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों और भक्ति का व्यापक वर्णन प्रस्तुत करता है।
महत्व:शिव पुराण का पठन और श्रवण भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है। कहा गया है कि इसका अध्ययन करने से मनुष्य पापों से मुक्त होकर इस लोक में सुख भोगता है और अंत में शिवलोक को प्राप्त करता है।
उपलब्धता:यदि आप शिव पुराण को हिंदी में पढ़ना चाहते हैं, तो यह कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। उदाहरण के लिए, 'महाकाव्य' वेबसाइट पर आप इसे हिंदी में पढ़ सकते हैं।
शिव पुराण भगवान शिव की महिमा का गान करता है और भक्तों को उनके प्रति भक्ति और श्रद्धा के मार्ग पर प्रेरित करता है।
शिव पुराण : कामदेव को ब्रह्माजी द्वारा शाप देना | श्रीरुद्र संहिता| द्वितीय खंड
Saison 1 · Épisode 3
samedi 11 janvier 2025 • Durée 04:19
कामदेव की उत्पत्ति, उनकी शक्तियों और उनके द्वारा ऋषि-मुनियों को मोहित करने के कारण उन्हें ब्रह्माजी से शाप मिलने की कहानी। इस एपिसोड में जानें कि कैसे कामदेव ने शिवजी के क्रोध का सामना किया और अपने अस्तित्व को वापस पाने का वचन प्राप्त किया।
शिव पुराण हिंदू धर्म के अठारह महापुराणों में से एक प्रमुख ग्रंथ है, जिसमें भगवान शिव के जीवन, लीलाओं, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों और भक्ति का विस्तृत वर्णन किया गया है।
संरचना:शिव पुराण में कुल 24,000 श्लोक हैं, जो मुख्यतः सात संहिताओं में विभाजित हैं:
- विद्येश्वर संहिता
- रुद्र संहिता
- कोटिरुद्र संहिता
- कैलास संहिता
- वायु संहिता
- उमा संहिता
- शतरुद्र संहिता
विषय-वस्तु:इस पुराण में भगवान शिव के कल्याणकारी स्वरूप, उनकी महिमा, उपासना विधियों, पूजा-पद्धति, ज्ञानप्रद आख्यानों और शिक्षाप्रद कथाओं का सुंदर संयोजन है। यह ग्रंथ भगवान शिव के विभिन्न रूपों, अवतारों, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों और भक्ति का व्यापक वर्णन प्रस्तुत करता है।
महत्व:शिव पुराण का पठन और श्रवण भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है। कहा गया है कि इसका अध्ययन करने से मनुष्य पापों से मुक्त होकर इस लोक में सुख भोगता है और अंत में शिवलोक को प्राप्त करता है।
उपलब्धता:यदि आप शिव पुराण को हिंदी में पढ़ना चाहते हैं, तो यह कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। उदाहरण के लिए, 'महाकाव्य' वेबसाइट पर आप इसे हिंदी में पढ़ सकते हैं।
शिव पुराण भगवान शिव की महिमा का गान करता है और भक्तों को उनके प्रति भक्ति और श्रद्धा के मार्ग पर प्रेरित करता है।
शिव पुराण : शिव-पार्वती चरित्र | श्रीरुद्र संहिता | द्वितीय खंड
Saison 1 · Épisode 2
samedi 11 janvier 2025 • Durée 03:31
शिव पुराण : सती चरित्र | श्रीरुद्र संहिता | खंड 2 | अध्याय 1
Saison 1 · Épisode 1
samedi 11 janvier 2025 • Durée 04:40
शिव पुराण हिंदू धर्म के अठारह महापुराणों में से एक प्रमुख ग्रंथ है, जिसमें भगवान शिव के जीवन, लीलाओं, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों और भक्ति का विस्तृत वर्णन किया गया है।
संरचना:शिव पुराण में कुल 24,000 श्लोक हैं, जो मुख्यतः सात संहिताओं में विभाजित हैं:
- विद्येश्वर संहिता
- रुद्र संहिता
- कोटिरुद्र संहिता
- कैलास संहिता
- वायु संहिता
- उमा संहिता
- शतरुद्र संहिता
विषय-वस्तु:इस पुराण में भगवान शिव के कल्याणकारी स्वरूप, उनकी महिमा, उपासना विधियों, पूजा-पद्धति, ज्ञानप्रद आख्यानों और शिक्षाप्रद कथाओं का सुंदर संयोजन है। यह ग्रंथ भगवान शिव के विभिन्न रूपों, अवतारों, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों और भक्ति का व्यापक वर्णन प्रस्तुत करता है।
महत्व:शिव पुराण का पठन और श्रवण भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है। कहा गया है कि इसका अध्ययन करने से मनुष्य पापों से मुक्त होकर इस लोक में सुख भोगता है और अंत में शिवलोक को प्राप्त करता है।
उपलब्धता:यदि आप शिव पुराण को हिंदी में पढ़ना चाहते हैं, तो यह कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। उदाहरण के लिए, 'महाकाव्य' वेबसाइट पर आप इसे हिंदी में पढ़ सकते हैं।
शिव पुराण भगवान शिव की महिमा का गान करता है और भक्तों को उनके प्रति भक्ति और श्रद्धा के मार्ग पर प्रेरित करता है।
शिव पुराण: काम की हार | श्रीरुद्र संहिता | द्वितीय खंड - अध्याय 8
Saison 1 · Épisode 8
mardi 25 février 2025 • Durée 02:59
शिव पुराण: ब्रह्मा का शिव विवाह हेतु प्रयत्न | श्रीरुद्र संहिता | अध्याय 9
Saison 1 · Épisode 9
lundi 10 mars 2025 • Durée 02:56
शिव पुराण - ब्रह्मा का शिव विवाह हेतु प्रयत्न
क्या कामदेव भगवान शिव को मोहित कर पाए? शिव पुराण के नवें अध्याय में जानिए कामदेव, रति, वसंत और ब्रह्मा के प्रयासों की अद्भुत कथा! इस वीडियो में विस्तार से बताया गया है कि कैसे ब्रह्माजी ने शिव विवाह के लिए यत्न किए और शिवजी की तपस्या अडिग रही।
🔹 आप जानेंगे:
✅ कामदेव के प्रयास और उनकी असफलता
✅ भगवान शिव के प्रति ब्रह्मा का प्रयत्न
✅ शिव विवाह का रहस्य और पौराणिक महत्व
✅ शिवजी की तपस्या और उनकी अलौकिक शक्ति
📖 हिंदू धर्म ग्रंथों की अद्भुत कहानियाँ पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें! 🔔
शिव पुराण, ब्रह्मा का प्रयास, शिव विवाह, कामदेव और शिवजी, शिव महिमा, रति और वसंत, कामदेव की कथा, पौराणिक कथा, सनातन धर्म, आध्यात्मिक ग्रंथ, हिंदू धर्म, शिव पुराण हिंदी में, शिव और पार्वती, शिव धाम, ब्रह्मा की कथा, भगवान शिव की कहानी, मोहन शक्ति, अध्यात्मिक ज्ञान, धर्म और संस्कृति, कामदेव की हार, शिव पुराण कथाएँ, पुराणों की कहानियाँ, वैदिक ग्रंथ, शिव का तप, हिंदू शास्त्र, ब्रह्मा और शिव, भगवान शिव की भक्ति, धार्मिक ग्रंथ, कामदेव का प्रयास, ऋषि मुनियों की कथा
शिव पुराण: दक्ष की तपस्या | श्रीरुद्र संहिता | अध्याय 12
Saison 1 · Épisode 12
mercredi 26 mars 2025 • Durée 04:34
इस अध्याय में नारद जी, ब्रह्माजी से प्रश्न करते हैं कि प्रजापति दक्ष ने देवी की किस प्रकार तपस्या की और उन्हें क्या वरदान प्राप्त हुआ?
ब्रह्मा जी बताते हैं कि उनकी आज्ञा से प्रजापति दक्ष क्षीरसागर के तट पर तपस्या के लिए गए और वहां बैठकर देवी उमा को पुत्री रूप में प्राप्त करने की प्रार्थना करते हुए कठोर व्रत का पालन किया। तीन हजार दिव्य वर्षों तक केवल वायु और जल पर निर्वाह करते हुए उन्होंने घोर तप किया।
उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर देवी कालिका (जगदंबा) अपने सिंह पर सवार होकर प्रकट हुईं। देवी ने दक्ष की भक्ति और नम्रता से प्रसन्न होकर उन्हें वर मांगने को कहा। दक्ष ने निवेदन किया कि वे उनकी पुत्री बनें और शिवजी से विवाह करें। उन्होंने कहा कि केवल देवी ही ऐसी हैं जो भगवान शिव को गृहस्थ आश्रम में लाने में समर्थ हैं।
देवी ने कहा कि वे स्वयं शिव की दासी हैं और प्रत्येक जन्म में शिव ही उनके स्वामी होते हैं। उन्होंने वचन दिया कि वे दक्ष के घर पुत्री रूप में जन्म लेंगी, लेकिन यह चेतावनी भी दी कि यदि कभी उनके प्रति आदर कम होगा, तो वे अपना शरीर त्याग देंगी।
अंत में देवी जगदंबा अंतर्धान हो गईं और प्रजापति दक्ष प्रसन्न मन से घर लौट आए।
Tags -
शिव पुराण, देवी जगदंबा, ब्रह्मा की प्रार्थना, काली देवी कथा, योगनिद्रा चामुंडा, शिव विवाह कथा, देवी सती अवतार, रुद्र ब्रह्मचारी, नारद ब्रह्मा संवाद, पार्वती अवतार, देवी दुर्गा स्तुति, ब्रह्मा विष्णु शिव कथा, शिव तपस्या, देवी सती कथा, सनातन धर्म, हिंदू धर्म, पुराण कथाएं, शिव पुराण अध्याय